शनिवार, 19 नवंबर 2022

Naina

आज मैं बहुत खुश हूं, पता है क्यों... क्योंकि आज मेरा सपना पूरा हो जाएगा... Yes, जिस बात का मुझे इतने सालों से इंतजार था वो आज हो गई... सोचो... सोचो... क्या नहीं सोच पाए...? चलो एक hint देती हूं... मुझे आज कॉल आया है... Yes, कॉल आया है? किस का? अरे आप अब भी नहीं समझे... आज मुझे अनुराग कश्यप जी का कॉल आया है। हां... वो गैंग्स ऑफ वासेपुर 3 बना रहे हैं और पता है उनकी लीड हीरोइन कौन है? जी हां... मैं और कौन? 
कॉल पर बोलते हैं, और सुनो नैना, मैं एक छोटी सी फ़िल्म बना रहा हूं... मेरी फिल्म में हीरोइन का रोल करोगी, अरे करलो ना...
मैंने कहा सर, आप "द अनुराग कश्यप" हो... ऐसे मत बोलो, आप तो बस ऑर्डर कीजिए कि आपके गुलाम को कब हाज़िर होना हैं हम तो तुरंत बम्बई आ जायेंगे फ्लाइट पकड़ के.... हाह... कितने साल लग गए इस एक छोटे से सपने को पूरा होने में... बॉलीवुड में हीरोइन बनने में... कितने साल मैंने मेहनत की, कितने कास्टिंग डायरेक्टरस से ऑफिसेज के चक्कर काटे, कितनों से मिन्नतें कीं... बस एक मौका, एक चांस मैं भी कुछ कर सकती हूं... लेकिन किसी ने मेरा टैलेंट नहीं देखा, देखा तो मेरा फिगर... किसी ने मुझ से मेरी मेहनत नहीं, मेरा काम नहीं पूछा... पूछा तो मेरे इंस्टाग्राम के फॉलोवर्स... लाइक्स, किसी ने मुझे रोल ऑफ़र नहीं किया, ऑफर किया तो वन नाइट स्टैंड... लेकिन आज मेरा टाइम आ गया, अब मैं दिखा दुंगी कि मैं भी कुछ हूं... Yes, Now I'm Going to be a Bollywood Star... Mumbai मैं आ रही हूं...

बात करो

आज कल के बच्चे पता नहीं क्या समझते हैं खुद को, मां बाप की एक बात नहीं सुनते... बस अपने आप में लगे रहते हैं। किसी से कोई मतलब नहीं ऐसा तो नहीं सिखाया था मैंने, मेरी बेटी कॉलेज आ कर सारा दिन अपने कमरे में बन्द रहती है, ज़रा ज़रा सी बात पर चीड़ जाती है, और मेरे बेटे की तो क्या बताऊं सारा दिन बाहर... सारी रात बाहर, रात को ग्यारह बारह बजे आएगा कहेगा की कॉलेज के असाइनमेंटस कर रहा था दोस्त के यहां... कुछ पूंछों तो दोनों कहते हैं मम्मा आप नहीं समझोगे... अरे क्या नहीं समझेंगे, तुम्हे पाल पोस कर इतना बड़ा इस लिए किया था क्या कि तुम हम से ये कहो कि आप नहीं समझोगे...क्या नहीं समझेंगे... 
मानती हूं कि ज़माना बदल गया है... हम old school हो गए हैं तो क्या? तुम एक बार हम से कह कर तो देखो बच्चा... हो सकता है हम न समझ पाएं, लेकिन एक बार हमें ट्राई तो कर के देखो, समझा कर तो देखो... अरे जब तुम छोटे थे एक बात को बार बार पूछते थे, एक ही सवाल दिन में चार बार... मम्मी ये क्या है... मम्मी ये क्या है... मम्मी ये पेड़ है क्या? मम्मी ये ताय है क्या? हम भी तो बताते थे न तुम्हे, बार बार समझते थे न... तो तुम क्यों नहीं हमें समझा सकते... क्यों बच्चा, क्यों...?

लीला

राम राम साब, साब आप से एक अरज थी... साब आपको तो पता है मेरा मरद दो साल हो गए जब सहर गया था... ससुरा तब का गया अब तक नहीं आया, ऊपर से अपनी जे औलादें और मेरे सिर छोड़ गया। हरिया गया था सहर, वो बता रहा था कि वहां किसी औरत के चक्कर में पड़ गया है... वैसे अच्छा ही हुआ साब जो छोड़ कर चला गया... कमीना...साला, रोज मुझे दारू पी कर मारता था और दारू के पैसे भी मेरे से ही लेता था... (कुछ देर सोच में) लेकिन जैसा भी था...तो मेरा मरद साब... साब आपसे एक वो थी वो अंग्रेजी में क्या कहते हैं, रिकवेस्ट थी साब... साब इस बार आप सहर जाओ तो क्या आपकी गाड़ी से मुझे ले चलोगे साब... साब मैं लोगों के चूल्हा चौका कर के इस गांव में बस इतना कमा पाती है कि मेरे दो बच्चों को दो टेम का निवाला खिला दे.. साब आपने मेरी बहुत मदद की है साब बस इतनी थोड़ी सी और मदद कर दो साब मैं मेरे मरद से मिल कर आपके साथ ही वापिस जाएगी...शुक्रिया साब,

शनिवार, 22 जनवरी 2022

सिर्फ़ मैं और तुम

सिर्फ मैं और तुम
कल्पना से भी बड़ा है ये संसार
घर ग्रह, गंगा-आकाशगंगा
लेकिन यहां सिर्फ तुम और मैं हैं
मानो जैसे चुना हो विधाता ने
हम दोनों को 
एक साथ जीने के लिए ये पल
हर लम्हा और जिदंगी
जो सिर्फ कुछ पल की है
ब्रम्हांड की गणना में
फिर भी साथ हैं
सिर्फ मैं और तुम

चमन चतुर

  चमन चतुर Synopsis चमन और चतुर दोनों बहुत गहरे दोस्त हैं, और दोनों ही एक्टर बनना चाहते हैं. चमन और चतुर जहां भी जाते हैं, वहां कुछ न कु...